करोड़ों की नैनीताल स्वर्ग बनाओ परियोजना मंजूर !!
बिना अतिरिक्त बजट के सबके सहयोग से होगी पूरी
यूं कश्मीर के साथ नैनीताल को हमेशा से ही स्वर्ग कहा जाता है, और यहां के लोगों को जीते जी स्वर्गवासी, लेकिन वास्तव में अब जाकर यहां के लिए हजारों करोड़ रुपऐ की `नैनीताल स्वर्ग बनाओ परियोजना´ मंजूर कर ली गई है। होली के मौके पर नगर के जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों व समस्त नागरिकों की उपस्थिति में इसे मंजूरी दी गई। खास बात यह है कि परियोजना बिना एक भी रुपया अतिरिक्त खर्च किऐ जनसहयोग से पूरी होगी। सभी ने अपने आचरण व कार्यों से परियोजना को शीघ्र पूरा करने का भरोसा दिलाया।
होली के मौके पर परियोजना के बाबत नगर में आयोजित आम सभा में प्रशासनिक अधिकारियों ने माना कि राजनीतिज्ञों के बीच अधिक व जनता के बीच कम रहने से उन पर भी राजनीतिक रंग चढ़ गया है। परिणामस्वरूप वह भी जनता की स्वप्न सदृश कभी पूरी न होने वाली योजनाओं की घोशणा कर भूल जाते हैं। आयुक्त एस राजू ने कहा कि नगर को साफ करने के लिए बातों में कई बार चला चुके डण्डे को वह अब चलाकर दिखाऐंगे। अतिक्रमणकारियों और अवैध निर्माणों पर उनकी अध्यक्षता वाला झील विकास प्राधिकरण केवल `खुन्दक´ की कार्रवाइयां करने से बाज आऐगा। डीएम शैलेश बगौली ने माना कि नगर में तीसरे कार्यकाल के बावजूद उन्हें लोग पहचान नहीं पाते हैं, इसलिऐ वह थोड़ा कड़क होकर कार्रवाई करेंगे, और अपने कार्यालय को जरूर कुछ समय देंगे। नगर के प्रथम एकल पुरुश पालिकाध्यक्ष मुकेश जोशी ने अपने कार्यालय को चमकाने के बाद नगर को चमकाने का अपना पुराना भूल चुका वादा दोहराया। माना कि जहां से वह शुरू हुऐ थे वहीं खड़े हैं, स्ट्रीट लाइटें बुझ चुकी हैं, गन्दगी माल रोड तक में फैल गई है। झील का बुरा हाल है। क्षेत्रीय सांसद राजा केसी सिंह `बाबा´ ने कहा कि उन्हें याद है कि नैनीताल नगर एवं जिला उनके ही लोकसभा क्षेत्रा में आता है, और वह चुनावों से पूर्व एक दो बार जरूर यहां आऐंगे। कम से कम एक दो शिलान्यास लोकार्पण पटों पर उनका नाम जरूर होना चाहिऐ। विधायक खड़क सिंह बोहरा ने नगर वासियों को दर्शन देते रहने का वादा किया, और इस बात से इंकार किया कि वह अभी से नऐ विधानसभा सीट की खोज में जुट गऐ हैं। सभा में राजकीय कर्मचारियों ने एक स्वर में कहा कि वह बेरोजगारों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुऐ अपनी अगली सात की बजाय दो पीढ़ियों के भविष्य के प्रति ही सचेत रहेंगे। आईजी जीवन चन्द्र पाण्डे एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एमएस बनंग्याल ने कहा कि पुलिस के लिए कहानियां बनाना मजबूरी है। आगे कोशिश होगी कि पुलिस केवल फूल थमाने भर को नहीं वरन वास्तव में अपराधियों की बजाय जनता की मित्र होगी और समाज को भयमुक्त करेगी। इस मौके पर नगर के बुद्धिजीवियों व पर्यावरणविदों ने कहा कि आगे से वह किसी योजना का विरोध करने से पहले यह सुनिश्चित करेंगे कि जैसी पक्की सड़कों का वह विरोध करेंगे वैसी पक्की सड़क अपने घर तक के लिए हरगिज नहीं बनाऐंगे। युवाओं व छात्रों ने वादा किया कि आगे से अखबार में अपनी फोटो पुतले फूंककर नहीं वरन कक्षा, विवि में प्रथम आने पर ही छपवाऐंगे। व्यवसायियों ने कहा कि फड़ों को हटाने से पूर्व स्वयं के नालियों, सड़कों पर किऐ गऐ अतिक्रमणों को हटाने की पेशकश की। नगरवासियों ने भी टिन के झोपड़ों को हटाने से पूर्व स्वयं से शुरू करने की ऐसी ही पेशकश की। उन्होंने नालों में कूड़ा डालने से भी तौबा करते हुऐ माना कि नालों से ही झील में गन्दगी जाती है, और झील ही नगर की जीवनरेखा है। पर्यटन व्यवसायियों ने सैलानियों को बेवकूफ न बनाने का वादा किया। इसके पश्चात सभी वर्ग के लोगों, भावी स्वर्गवासियों ने परियोजना को हर्ष ध्वनि से मंजूरी दे दी।
(बुरा न मानें होली है। आलेख को मजाक में न उड़ाऐं।)